संस्थापक का उद्देश्य:- संस्था के संस्थापक "स्व०डा०आर०सी०जैन" ने आज से 50वर्ष पूर्व शान्ति निकेतन शिक्षालय की स्थापना की थी और संस्था को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य हिन्दी का प्रचार और प्रसार करना था । इसी के चलते राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचारक संस्था "मुम्बई हिन्दी विघापीठ ,मुम्बई" द्वारा संचालित समस्त हिन्दी स्तर परीक्षाओं का मान्य परीक्षा केन्द्र ' शान्ति निकेतन शिक्षालय,सहारनपुर को बनवाया ।
छात्रों को हिन्दी स्तर की परीक्षाओ के लिये मार्गदर्शन देकर उनमे हिन्दी के प्रति रूचि पैदा की । शुरू-शुरू में काफी परेशानिया सामने आयी परन्तु अपने मजबूत इरादों और कार्य करने की लग्न के चलते वह निरन्तर प्रयत्नशील रहे और आज सभी के सामने देखते-ही-देखते एक छोटा सा पौधा आज एक वट वृक्ष बनकर तैयार हो गया है जिसमे प्रति वर्ष हजारो की संख्या में छात्र/छात्रा प्रवेश प्राप्त कर अपनी उच्च शिक्षा पूर्ण कर रहे हैं । शान्ति निकेतन शिक्षालय के माध्यम से संस्था में मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं की विभिन्न हिन्दी प्रचारक परीक्षाओं का शुभारम्भ कर सम्पूर्ण राष्ट्र में हिन्दी प्रचार-प्रसार का उद्घोष किया और यह उद्धोष होते ही संस्था की ख्याति आज सम्पूर्ण भारत वर्ष में फैल चुकी है । आज भारत के गॉव- गॉव,नगर-नगर ही नहीं देश के सभी अचंलो में संस्था के छात्र जो संस्था द्वारा उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुके है ऊँचे पदों पर आसीन है संस्था का यह गौरव क्या कम है कि आप सभी ने हिन्दी को प्राथमिकता देकर जो सपना संजोया था वह पूर्ण हुवा ।
सरल डाक निर्देशन सरल डाक निर्देशन से प्रार्थी/प्रार्थिनी की परीक्षा में शत प्रतिशत पास होने की सम्भावना हो जाती है । पढ़ाई में कमजोर या निरन्तर फेल होने वाले प्रार्थी/प्रार्थिनियो के लिए सर्वोतम साधन है ।
मान्यता प्राप्त हर प्रार्थी/प्रार्थिनी की बौद्धिक क्षमता अलग-अलग होती है जो किसी कारण से शिक्षा क्षेत्र में पिछड जाते हैं । उनके लिए भारत सरकार से मान्यता प्राप्त हिन्दी स्तर शिक्षा परीक्षा से आगे बढ़ने का सर्वोतम मौका है ।
शान्ति निकेतन शिक्षालय क्यों शान्ति निकेतन शिक्षालया निर्देशन हिन्दी स्तर शिक्षा परीक्षाओं के द्वारा प्रार्थी/प्रार्थिनिओं का मनोवल को ऊंचा करने का कार्य करता है ।
News
APR, 2019
Now pay FEE FOR SEPT 2019 FEE
RESULT EXAM FEB 2019
सत्र सितम्बर-2020 हेतू मुम्बई हिन्दी विधापीठ परीक्षाओं हेतू फार्म भरने की अंतिम तिथि 15.04.2020 है....
प्रचार्य की कलम से....
प्रिय महोदय/महोदिया,
विगत 50वर्षो से शिक्षा क्षेत्र में कार्य करते हुए आपको परीक्षाओं की पूरी जानकारी फार्म सहित नियमावली के रूप में आपके सामने है आपने भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त केन्द्र से सम्पर्क किया तथा संस्था उन छात्र/छात्रों की आभारी है जिन्होंने पत्राचार डाक निर्देशन में परीक्षा उत्तीर्ण करके शान्ति निकेतन के डाक निर्देशन को आप तक पहुचाने की प्रेरणा दी है । जिससे आप डाक निर्देशन कार्यक्रम का पूरा-पूरा लाभ परीक्षा उत्तीर्ण करके शिक्षा क्षत्रे में आगे बढ़ सके ।
अनेक प्रार्थी/प्रार्थिनी अपनी परिस्थिति के अनुसार जैसे पढाई में कमजोर होने, बार-बार फेल होने के कारण निराश हो जाने या घरेलू आर्थिक विषम स्थिति के कारण या काम-धन्धे, नोकरी आदि पर लग जाने या किसी न किसी कारण से शिक्षा अधूरी छोड़ देते है या जिन्हें रेगुलर दाखिले से वंचित कर दिया जाता है लेकिन बाद में जो प्रार्थी शिक्षा के महत्व,उपयोगिता या आवश्यकता को समझकर जब पुनः शिक्षा परीक्षा उत्तीर्ण करने की इच्छा होती है तो तब प्रवेश से लेकर परीक्षा सफलता तक की विभिन्न समस्यायें सामने आती है ।
शान्ति निकेतन छात्रों की विभिन्न समस्यायों,भावनाओं को ध्यान में रखकर सरलतम निर्देशन प्रदान करता है । हमारे सरल डाक निर्देशन ने इस बात को प्रमाणित कर दिया है कि वे प्रार्थी असफल होते हैं जिन्हें सही निर्देशन नहीं मिलता है । यही कारण है कि पिछले 50वर्षो से संस्था का रिजल्ट 97से 100 प्रतिशत आ रहा है ।
प्राय: देखने में आया है कि स्कूल/कालेज के कोर्स के बढ़ जाने से काम-धन्धे /नौकरी-पेशा या पढाई में कमजोर छात्र/छात्राओ को परीक्षा पास करना पहाड़ के समान दिखाई देता है । असफल होने पर गलत रास्ता अपनाते है । अत: ऐसे सभी पढाई में कमजोर या निराश प्रार्थियो के लिये शान्ति निकेतन के डाक निर्देशन द्वारा भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हिन्दी स्तर की परीक्षा पास करना ही एक मात्र रास्ता है ।
आपके पास पढाई के लिए अधिक से अधिक समय है तथा कड़ी मेहनत कर सकते है तो आप अपने नजदीकी सरकारी स्कूल/ कालेज से ही नियमानुसार फार्म भरें, लेकिन यदि आप पढ़ाई मे कमजोर हैं या कठिन विषयों से घबराते हैं या अब तक प्रयास करने पर भी निराशा ही मिली या काम धन्धा नौकरी आदि के कारण नियमित पढाई का मौका अथवा समय नहीं मिलता जिससे परीक्षा सफलता से सम्बन्धित अनेक समस्याये मन को चिंतित करती है तो आप हमारे डाक पत्राचार निर्देशन में प्रवेश लेकर अपना किमती साल बचा सकते है । हमारा पूर्ण सहयोग निर्देशन आपकी अच्छी सफलता के लिये होगा । अत:आप निसंकोच होकर फार्म भरकर अपना समय बचा सकते है ।
हमारे डाक निर्देशन में सभी कार्यवाही डाक द्वारा होती है केवल परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार तीन दिन या पांच दिन परीक्षा के लिये आना होगा । परीक्षा उत्तीर्ण रिजल्ट मार्कशीट(D.M.C) सर्टिफिकेट नियमानुसार रजिस्टर्ड डाक से आपके दिए गये पते पर भेजे जाते है । इसी प्रकार सैकड़ो मील की दूरी दो कदम भी नहीं लगते जो हमारे डाक शिक्षा निर्देशन के महत्व को नहीं समझते वे कुछ भी कहकर आपको गुमराह कर सकते है । अत: याद रखे कि शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढने के लिए केवल मान्यता प्राप्त परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है । " शान्ति निकेतन शिक्षालय,सहारनपुर" केवल भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हिन्दी स्तर शिक्षा परीक्षा के लिए निर्देशन देता है । सभी कार्य सही पक्का रिकार्ड शुदा होता है । परीक्षा का रिकार्ड हमारे कार्यालय तथा परीक्षा विभाग में रिकार्ड पक्का बना रहता है । जिससे नोकरी लगने पर गोपनीयत जाँच पड़ताल में परेशानी नहीं होती है । अत:रिजल्ट के बाद जब चाहे परीक्षा रिकार्ड की जाँच करा सकते है ।
परीक्षा नियमावली आपके सामने है आप इसका दो-तीन बार अवलोकन करेगे तो परीक्षा से सम्बन्धित सभी जानकारी आपके मन के प्रश्नों का उत्तर,शंका समस्या का हल आसानी से समझ में आ जायेगा क्योकि हर जानकारी शीर्षक के अंतर्गत लिखी हुई है । आप अपनी उत्तीर्ण परीक्षा के अनुसार जो परीक्षा उचित(जिस परीक्षा के लिये आप पात्रता रखते हो)लगे उसी के लिए फार्म भरकर फोटो,फ़ीस,अंकपत्र-प्रमाणपत्र की फोटो स्टेट सहित हमारे कार्यालय को भेज दे ।
उम्मीद है,हमे आपका और आपको हमारा सहयोग अवश्य प्राप्त होगा.अपनी परीक्षा की पूरी जानकारी विषय,फ़ीस,मान्यता आदि सभी परीक्षा विवरण में पढकर-समझकर शीघ्र अपना प्रवेश भेज दे ।
यदि आपके मन में किसी प्रकार कि कोई शंका हो तो निसंकोच होकर व्यक्तिगत कार्यालय आकर अपनी शंका,समस्या का पूर्ण रूप से समाधान कर अपना फार्म भर कर किताबे साथ लेकर जा सकते है,इससे एक पन्थ दो काज हो जायेगे । जानकारी भी मिल जाएगी और साथ ही आप अपना फार्म भी भर जायेगे ।
सुनील जैन "प्रिंसीपल"